१९७७ में व्यापारपुनः प्रारंभ होने के बाद चीन को एक शासकीय व्यापार, प्रतिनिधिमण्डल का पहला दौराथा.
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जब हमें यह आभास होता है कि निर्यात की गति कम है तो हम निर्यात को बढ़ाने के लिए तमाम तरह के कृत्रिम उपाय करते हैं-निर्यात को प्रोत्साहन, आयात लाइसेंस, शासकीय व्यापार (
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जब हमें यह आभास होता है कि निर्यात की गति कम है तो हम निर्यात को बढ़ाने के लिए तमाम तरह के कृत्रिम उपाय करते हैं-निर्यात को प्रोत्साहन, आयात लाइसेंस, शासकीय व्यापार (state trading), द्विपक्षीय समझौते, करारोपण में राहत, माल ढुलाई और कर्ज, उत्पादकों पर निर्यात के लिए दबाव, आदि आदि-जो स्थिति को और अधिक बिगाड़ देता है।
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जब हमें यह आभास होता है कि निर्यात की गति कम है तो हम निर्यात को बढ़ाने के लिए तमाम तरह के कृत्रिम उपाय करते हैं-निर्यात को प्रोत्साहन, आयात लाइसेंस, शासकीय व्यापार (state trading), द्विपक्षीय समझौते, करारोपण में राहत, माल ढुलाई और कर्ज, उत्पादकों पर निर्यात के लिए दबाव, आदि आदि-जो स्थिति को और अधिक बिगाड़ देता है।